भीमराव आम्बेडकर उच्च अध्ययन के लिए अमेरिका जाना चाहते थे वड़ौदा के महाराज सयाजीराव गायकवाड़ की स्वीकृति से अमेरिका में तोन वर्ष तक पढ़ाई करने के लिए उन्हें शिष्यवृत्ति मिल गई, परन्तु परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, बड़ा भाई अकेला कमाने वाला व परिवार में पाँच -छह सदस्य, इसी कारण भीमराब ने बड़ौदा के राजा द्वारा पढ़ाई के लिए दी गई पेशगी की रकम अपने भाई को देकर परिवार के घर-खर्च की व्यवस्था की।