Correct Answer - `42573.5 C, 298.014 Kj`
अपचयन अभिक्रिया को निम्न प्रकार लिखा जा सकता है -
`underset(1"मोल")(C_(6)H_(5)NO_(2)+6H^(+))+underset("मोल") 6e^(-)to C_(6)H_(5)NH_(2)+2H_(2)O`
नाइट्रोबेन्जीन का अणुभार `=123`
उपरोक्त समीकरण से स्पष्ट है कि 1 मोल `(123 g)` नाइट्रोबेन्जीन के अपचयन के लिए 6 मोल एलेक्ट्रोनो की आवश्यकता होती है ।
`therefore 123 g` नाइट्रोबेन्जीन के अपचयन के लिए आवश्यक विद्दुत `=6F=6xx96500C`
अतः `6.15g` नाइट्रोबेन्जीन को अपचयित करने के लिए सैद्धान्तिक रूप से आवश्यक विद्दुत
`=(6xx96500)/(123)xx6.15=28950C`
चूँकि धारा की दक्षता `68%` है अतः धारा की आवश्यक वास्तविक मात्रा `=(28950xx100)/(68)=42573.5C`
प्रयुक्त ऊर्जा =विद्दुत की मात्रा x विभव
`=42573.5xx7.0=298014.5J =298.014 KJ`