वैद्युत रासायनिक श्रेणी में जिंक आयरन से ऊपर होता है, क्योंकि अधिक क्रियाशील धातु है । यदि रद्दी जिंक का उपयोग किया जाये तो अपचयन का प्रक्रम तेजी से होगा | लेकिन जिंक आयरन से अधिक कीमती धातू है, इसलिए कॉपर अयस्क के अपचयन के लिए रद्दी आयरन का उपयोग उपयुक्त एवं लाभकारी होगा।