जब प्रकाश d मोटाई की फिल्म में चलेगा तो उसके द्वारा तय किया हुआ प्रकाशीय पथ nd होगा, जहाँ n फिल्म के पदार्थ का अपवर्तनांक है । जब फिल्म नहीं थी तब वहाँ हवा थी और प्रकाश की तरंग का प्रकाशीय पथ d था । अतः फिल्म रखने से प्रकाशीय पथ में (n-1)d की वृद्धि हो गई है चूँकि दूसरे रेखाछिद्र से जाती तरंग के प्रकाशीय पथ में कोई अंतर नहीं आया है इसलिए फिल्म को प्रकाशीय पथ में कोई अंतर नहीं आया है इसलिए फिल्म को रखने पर पर्दे पर पहुँचती दोनों तरंगो के प्रकाशीय पथो का अंतर (n-1)d से बदल जाएगा
यदि यह अंतर `lamda` से बदल जाए तो एक फ्रिंज सरक जाएगी । अतः सरकने वाली फ्रिन्जो की संख्या
`=((n-1)d)/(lamda)`
`=((1.6-1)xx(1.8xx10^(-5)m))/(600nm)=18`.
अतः फिल्म लगा देने से 18 फ्रिंजे सरक जाएँगी ।