द्रव्यमान के एक पिण्ड को पृथ्वी-तल से `h=R_(e)//5` ऊँचाई पर ले जाते है (`R_(e)` पृथ्वी की त्रिज्या है)। यदि पृथ्वी-तल पर गुरुत्वीय त्वरण g है, तब पिण्ड की स्थितिज ऊर्जा में वृद्धि होगी :
A. `m g h`
B. `(4//5) m g h`
C. `(5//6) m g h`
D. `(6//7) m g h`