Correct Answer - Option 2 : दिमागी संकरापन
घृणा और असत्य के मार्ग पर चलने से दिमागी संकरापन उत्पन्न होता है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) दिमागी संकरापन सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
- घृणा और सत्य के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति मानवता को भूल जाता है तथा प्रेम भावना को त्याग देता है जिस वजह से उसकी दिमागी सोच शंकिल हो जाती है।
-
संकीर्ण
-
विशेषण
- सँकरा, तंग
- मिश्रित, संयुक्त
- पुल्लिंग
- संकट, विपत्ति