Correct Answer - Option 2 : लृ + आकृतिः
प्रश्न की हिन्दी - "लाकृतिः" इसका सन्धि-विच्छेद करें -
स्पष्टीकरण -
शब्द - लाकृतिः
संधिविच्छेद - लृ + आकृतिः
सूत्र - 'इको यणचि' सूत्र के अनुसार इक् (इ, उ, ऋ और लृ) से परे कोई भी असमान स्वर आए तो क्रमशः (य्, व, र्, ल्) हो जाता है।
नियम -
- इ + स्वर = य्
- उ + स्वर = व्
- ऋ + स्वर = र्
- लृ + स्वर = ल्
उदाहरण -
- यद्यपि = यदि + अपि
- इत्यादि = इति + आदि
- अन्वय = अनु + अयः
- स्वागतम् = सु + आगतम्
- पित्रादेश = पितृ + आदेश
- मात्राज्ञा = मातृ + आज्ञा
- लाकृतिः = लृ + आकृतिः
स्पष्टीकरण - लृ + आकृतिः में लृ से परे असमान स्वर आ होने से लृ को ल् होकर लाकृति पद बनता है।
सन्धि - दो वर्णों के संयोग से होने वाले परिवर्तन को सन्धि कहते हैं। जैसे-
- विद्या + आलय = विद्यालय।
- रमा + ईश = रमेश
- न + एकः = नैकः
- सम्यक् + ज्ञानम् = सम्यग्ज्ञानम्
सन्धि के प्रकार -
सन्धि
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परिभाषा
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उदाहरण
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स्वरसन्धि
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स्वर वर्ण का संयोग स्वर वर्ण से होने पर जो विकार उत्पन्न होता है।
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विद्या + आलय = विद्यालय
महा + औषधि = महौषधि
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व्यंजनसन्धि
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व्यंजन वर्ण का संयोग व्यंजन या स्वर वर्ण से होने पर जो विकार उत्पन्न होता है।
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उत् + लास = उल्लास
तत् + लय = तल्लयः
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विसर्गसन्धि
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विसर्ग का सन्योग स्वर या व्यंजन वर्ण से होने पर जो विकार उत्पन्न होता है।
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दुः + आत्मा = दुरात्मा
मनः + रथः = मनोरथः
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