युधिष्ठिर महान चरित्रवान और शील संपन्न व्यक्ति था । धर्म परायण होने के कारण उसने यक्ष के कहने पर नकुल को जीवित करवाना चाहा । अगर उसकी जगह मैं होता तो पराक्रमी, साहसी, धनुर्विद्या प्रवीण, पांडव मध्यम अर्जुन को जीवित करवाना चाहता । क्योंकि अर्जुन महान गुणवाला और तेज संपन्न था । अनेक देवों की कृपा से वर और अस्त्र-शस्त्र प्राप्त किया हुआ महान व्यक्ति था। अपने पराक्रम और सज्जनता से किसी भी तरह वह अपने तीनों भाइयों को जीवित कर सकता है | इसीलिए मैं अर्जुन को जीवित करवाना चाहता।