निम्न लिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर कोष्ठक में लिखिए।
प्रसिद्ध वैज्ञानिक डार्विन ने कहा था कि पहले मनुष्य की पूँछ होती थी। जब वह लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं की गई तो धीरे – धीरे गायब हो गई। यह कहा जा सकता है जो चीज़ काम में नहीं लाई जाती वह गायब हो सकती है। एक छोटी सी सोच मनुष्य में नई प्रेरणा, नई आशा,। नई शक्ति भर सकती है। एक बार जानवरों की गोष्ठी में पूंछ के बारे में विचार किया गया।
1. मनुष्य की पूँछ के बारे में किसने कहा था?
A) कोलंबस
B) डार्विन
C) पावलाव
D) माल्थस
2. मनुष्य की पूँछ धीरे – धीरे क्यों गायब हो गई?
A) अधिक उपयोग करने से
B) काटने से
C) जलने से
D) इस्तेमाल न करने से।
3. किस प्रकार की चीज़ गायब हो सकती है?
A) उपयोग न करने की
B) अधिक उपयोग करने की
C) उपयोग करने की
D) कई बार धोने की
4. एक छोटी सी सोच मनुष्य में क्या – क्या भर सकती है?
A) प्रेरणा, आशा, शक्ति
B) लालच, आशा
C) क्षमा, लालच
D) प्रेरणा, क्षम
5. एक बार पूँछ के बारे में कहाँ विचार किया गया?
A) मनुष्यों की गोष्ठी में
B) जानवरों की गोष्ठी में
C) दरबार में
D) सभा में