निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित शब्दों द्वारा कीजिए –
⦁ व्यक्ति के कार्यों के पीछे निहित परिचालक कारकों को …………………. कहते हैं।
⦁ कोई भी आन्तरिक उत्तेजक जो प्राणी के व्यवहार या क्रिया को दिशा देकर लक्ष्य से जोड़ता है, …………………. कहलाता है।
⦁ आवश्यकता और उदोलन …………………. की प्रक्रिया के मूलभूत सम्प्रत्यय हैं।
⦁ प्रेरणा के नितान्त अभाव में व्यक्ति के कार्य ………………….
⦁ व्यक्ति की क्रियाओं में अतिरिक्त शक्ति के संचालन का कारण …………………. होती है |
⦁ प्रेरणायुक्त व्यवहार में लक्ष्य की प्राप्ति के लिए …………………. पायी जाती है।
⦁ प्रबल प्रेरणा के वशीभूत होने वाले कार्य सामान्य से …………………. होते हैं।
⦁ व्यक्ति के कुछ प्रेरक जन्मजात होते हैं तथा कुछ जन्म के उपरान्त जीवन में …………………. किये जाते हैं।
⦁ भूख एक …………………. प्रेरक है।
⦁ जीवन लक्ष्य एक …………………. प्रेरक है।
⦁ आकांक्षा-स्तर एक …………………. प्रेरक है।
⦁ सामुदायिकता तथा प्रशंसा एवं निन्दा …………………. प्रेरक हैं।
⦁ सामाजिक प्रेरकों के विकास के लिए …………………. आवश्यक होता है।
⦁ भिन्न-भिन्न सामाजिक परिस्थितियों में …………………. का स्वरूप भिन्न-भिन्न होता है। ।।
⦁ मूल प्रवृत्तियों के आधार पर मानव-व्यवहार की व्याख्या मुख्य रूप से …………………. ने की है।
⦁ …………………. ने अभिप्रेरणात्मक व्यवहार की व्याख्या मूल प्रवृत्तियों के आधार पर की है।