प्रियोदा की टोली सेवाभावी लड़कों का दल है। यह टोली हर रविवार को सुबह ‘संन्यासी आश्रम’ के लिए मुठिया वसूलती है। इसके लिए उसे कस्बे के मुहल्लों में जाना पड़ता है। स्कूल का कोई छात्र या शिक्षक बीमार पड़ता है तो प्रियोदा की यह टोली उसके घर पहुंच जाती है। टोली के सदस्य रोगी के पूरी तरह स्वस्थ हो जाने तक उसकी सेवा करते हैं। हैजा जैसी बीमारियों में यह टोली लोगों के लिए वरदान बन जाती है। इस प्रकार प्रियोदा की टोली कई तरह के सेवाकार्य करती है।