दशरथभाई ने रु. 1,00,000 का माल आकाश को उधार बेचा । जिसके लिये दशरथभाई ने रु. 1,00,000 की तीन मास के समय की हुंडी आकाश पर लिखी, जिसे आकाश ने स्वीकार कर तुरंत ही वापस किया । पकने की तारीख पर आकाश राशि नहीं चुका पाया और आलोकन खर्च पेटे रु. 910 दशरथभाई ने नकद चुकाया । दोनों पक्षकारों की बही में आवश्यक रोजनामचा लिखो ।