912-शिवाजी पार्क,
जालन्धर शहर।
दिनांक 22 जुलाई, 20…..
पूज्य भाई साहब,
सादर नमस्कार।
आपकी प्रतीक्षा कर रही थी कि आप रक्षाबन्धन पर अवश्य आएँगे, परन्तु मिला आप के द्वारा भेजा गया पैकेट। जब मैंने इसे खोला तो इसमें आकर्षक घड़ी प्राप्त कर मैं खुशी से झूम उठी। इस में अलार्म, डेट, महीना, दिन देखकर तो मेरी सभी समस्याएँ हल हो गईं। मैं समय पर सब कार्य कर सकूँगी तथा दिन, महीना, तारीख भी नहीं भूलूंगी। इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। आप अवसर निकाल कर शीघ्र आइएगा। आदरणीया भाभी जी को मेरा नमस्कार कहिए तथा हार्दिक और आद्या को मेरा प्यार भरा आशीर्वाद दीजिए।
आपकी प्यारी छोटी बहन
रश्मि ।