208, प्रेमनगर,
पटियाला।
11 अप्रैल, 20…
प्रिय मित्र सुरेश,
कल ही तुम्हारा पत्र मिला। यह पढ़कर बहुत खुशी हुई कि तुम पाँचवीं कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो गए हो। मैं तो जानता था कि तुम जैसा मेहनती अवश्य ही प्रथम श्रेणी में पास होगा। मेरे माता और पिता जी भी तुम्हारी इस सफलता पर बहुत खुश हैं। मेरी ओर से अपनी इस शानदार सफलता पर हार्दिक बधाई स्वीकार करो। मैं कामना करता हूँ कि तुम अगली परीक्षा में भी इसी प्रकार सफलता प्राप्त करोगे। मैं एक बार फिर तुम्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।
अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा मित्र,
मनिन्दर सिंह।