प्यासा कौआ
एक बार एक कौआ था। वह बहुत प्यासा था। वह पानी की खोज में इधर-उधर उड़ता रहा, परन्तु उसे कहीं पानी नहीं मिला। अन्त में वह एक बाग में पहुँचा वहाँ उसने पानी का घड़ी देखा, परन्तु उसमें पानी बहुत कम था। उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुँच सकी। उसने घड़े के समीप कुछ छोटे-मोटे पत्थर देखे। उसे एक तरकीब सूझी। उसने एक-एक करके पत्थर उठाये और उन्हें घड़े में डाला। पानी ऊपर चढ़ आया। उसने पानी पीया और उड़ गया।