अ, ब और स एक फर्म में बराबर के साझेदार हैं। 1 जनवरी, 2016 को उनकी पूँजी क्रमशः Rs 50,000, Rs 40,000 तथा Rs 30,000 थी। वर्ष 2016 के खाते बन्द करने के बाद यह पता चला कि साझेदारी समझौते के अनुसार साझेदारों की पूँजी पर 10 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज, अ कोर Rs 3,000 वार्षिक वेतन तथा स को Rs 6,000 कमीशन का प्रावधान लाभ बाँटने से पूर्व नहीं किया गया है। साझेदारों में यह समझौता हुआ कि चिट्टे को बदलने के बजाय अगले वर्ष के प्रारम्भ में समायोजन प्रविष्टि कर दी जाये।
यह मानते हुये कि पूँजी स्थिर है, समायोजन हेतु क्रिया दिखाते हुये फर्म की पुस्तकों में एक जर्नल प्रविष्टि दीजिए।