मार्च, 1728 ई. को औरंगाबाद के पास पालखेड़ नामक स्थान पर पेशवा ने निजाम की सेनाओं को पराजित कर उसे मुंगी शिवगाँव की सन्धि पर हस्ताक्षर करने के लिए बाध्य किया। इस सन्धि के अनुसार-
1. निजाम ने शम्भा जी की सुरक्षा की जिम्मेदारी छोड़कर उसे पन्हाला भेजना स्वीकार कर लिया।
2. छीने गए मरीठा प्रदेश तथा मराठा कैदियों को छोड़ देने का निर्णय लिया गया।
3. 1719 ई. की सन्धि के अनुसार शाहू के चौथ तथा सरदेशमुखी कर भी वसूली के अधिकार को मान लिया।