आसियान क्षेत्र में भारत की बढ़ती हुई भूमिका के कारण निम्नलिखित हैं-
(i) भारत को अपनी तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के लिए बाजार की आवश्यकता है। मेक इन इण्डिया पहल के तहत भारत न केवल राष्ट्रीय अपितु प्रोत्साहन दे रहा है। आसियान क्षेत्र विश्व की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसमें विश्व की 200 बड़ी कम्पनियां स्थित हैं जहाँ एक ओर भारत नवीन बाजार की तलाश में है वहीं आसियान देशों को भी अपने उत्पादों के लिए भारत के बाजार की आवश्यकता है।
(ii) भारत को खनिज तेल, प्राकृतिक गैस एवं कोयले की आवश्यकता है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए आसियान एर्वाधिक उपयुक्त क्षेत्र है। भारत की कोयले की मांग इण्डोनेशिया से पूरी हो सकती है एवं गैस की वियतमान एवं ऑस्ट्रेलिया से।
(iii) भारत आसियान देशों के साथ प्रगाढ़ सभी संबंध स्थापित करना चाहता है। भारत इन देशों से कूटनीतिक और आर्थिक संबंध बनाना चाहता है जो अभी चीन के प्रभाव क्षेत्र में हैं।