Ti प्लाज्मिड मृदा में पाए जाने वाले तथा द्विबीजपत्री पादपों को संक्रमित करने वाले जीवाणु एग्रोबैक्टीरियम ट्यूमेफेसिएंस (Agrobacterium tumcfaciens) में पाया जाता है। यह जीवाणु संक्रमित पादपों में अनियंत्रित कोशिका विभाजन को प्रेरित करता है। यही कारण है कि इनमें पीटिका या अर्बुद (Gall) का निर्माण हो जाता है। इस पीटिका को किरीट पिटिका या क्राऊन गॉल (Crown gall) कहा जाता है। पादपों में अनियंत्रित कोशिका विभाजन वे इसके कारण होने वाला ब्राऊन गॉल का निर्माण एग्रोबैक्टीरियम ट्यूमेफेसिएंस जीवाणु में उपस्थित टी.आई. (Ti = Tmour inducing) प्लाज्मिड के कारण होता है। पादप कोशिकाओं में ए. ट्यूमेफेसिएंस के संक्रमण की प्रक्रिया के दौरान टी.आई. प्लाज्मिड की एक प्रति का समाकलन (Iutegration) परपोषी के संजीन (Genome) में हो जाता है। परपोषी के संजीन में समाकलित होने वाले Ti DNA के खण्ड को T-DNA कहते हैं।