सान्द्रित अयस्कों से मुक्त अवस्था में अशोधित या अशुद्ध धातु प्राप्त करने का प्रक्रम निष्कर्षण (Extraction) कहलाता है।
यह प्रक्रम निम्न दो पदों में सम्पन्न होता है –
(क) सान्द्रित अयस्क को धातु ऑक्साइड में परिवर्तित करना।
(ख) धातु ऑक्साइड का अशुद्ध धातु में अपचयन।