मनुष्य के दाँत चार प्रकार के होते हैं-
(i) कृतक या छेदक दाँत- दाँत के प्रकार में कृतक तेज धार वाले छैनी जैसे चौड़े होते हैं और भोजन के पकड़ने, काटने या कुतरने का कार्य करती है। हर जबड़े में इनकी संख्या चार होती है।
(ii) भेदक या रदनक दाँत- दाँत के प्रकार में रदनक दाँत नुकीले दाँत होते हैं और भोजन को चीरने या फाड़ने का कार्य करती है। प्रत्येक जबड़े में दो की संख्या में होते हैं।
(iii) अग्रचवर्णक दाँत- दाँत के प्रकार में अग्रचवर्णक दाँत किनारे पर चपटे, चौकोर व रेखादार होते हैं। इनका कार्य भोजन को चबाना है और ये हमारे प्रत्येक जबड़े में 4 की संख्या में होते हैं।
(iv) चवर्णक दाँत- दाँत के प्रकार में चवर्णक दाँत के सिर चौरस व तेज धार के होते हैं। इसका मुख्य कार्य भोजन को चबाना है और प्रत्येक जबड़े में छह की संख्या में होते हैं।