"पूर्ण प्रतियोगिता तब पाई जाती है जब प्रत्येक उत्पादक की उपज के लिए माँग पूर्णतया लोचदार होती है। इसका पहला अर्थ यह है कि, विक्रेताओं की संख्या बहुत अधिक होती है जिससे किसी एक विक्रेता की उपज उस वस्तु की कुल उपज का एक बहुत ही थोड़ा भाग होता है तथा दूसरा यह कि सभी क्रेता प्रतियोगी विक्रेताओं के बीच चुनाव करने की दृष्टि से समान होते हैं, जिससे बाजार पूर्ण हो जाता है।" यह परिभाषा किसके द्वारा दी गई है?
(A) प्रो० फरगुसन एवं क्रेप्स
(B) श्रीमती जॉन रॉबिन्सन
(C) मार्शल
(D) उपर्युक्त में से एक से अधिक
(E) उपर्युक्त में से कोई नहीं