दूरसंचार का प्रयोग विद्युतीय प्रौद्योगिकी के विकास के साथ जुड़ा हुआ है। दूरसंचार के अन्तर्गत संदेशों को शीघ्रता के साथ भेजा जा सकता है जिससे संचार व्यवस्था में क्रांति आ गयी है। जिन समाचारों को भेजने में पहले कई सप्ताह लग जाते थे, अब वे कुछ ही मिनटों में भेजे जाते हैं। मोबाइल दूरभाष जैसी नवीन खोज ने किसी भी समय कहीं से भी संचार को प्रत्यक्ष और तत्काल बना दिया है। अब ये सुविधाएँ आम आदमी की पहुँच में आ गयी हैं। तार प्रेषण, मोर्स कूट एवं टैलेक्स आज लगभग भूतकाल की वस्तुएँ बन गई हैं। इन्टरनेट ने तो संचार का स्वरूप ही उन्नत कर उसे व्यापक बना दिया है।