भक्तिन का दुर्भाग्य उसका पीछा नहीं छोड़ता था-
1- बचपन में ही माँ की मृत्यु ।
2- विमाता की उपेक्षा ।
3- भक्तिन(लक्ष्मी) का बालविवाह ।
4- पिता का निधन ।
5- तीन-तीन बेटियों को जन्म देने के कारण सास और जिठानियों के द्वारा भक्तिन की उपेक्षा ।
6- पति की असमय मृत्यु ।
7- दामाद का निधन और पंचायत के द्वारा निकम्मे तीतरबाज युवक से भक्तिन की विधवा बेटी का जबरन विवाह ।
8- लगान न चुका पाने पर जमींदार के द्वारा भक्तिन का अपमान।