खेल हमारे जीवन का एक प्रमुख हिस्सा है। इस शरीर को स्वस्थ, लचीला, चुस्त और फुर्तीला बनाए रखने में खेलों की उपयोगिता सर्वाधिक है। खेलों के द्वारा हमारे शरीर के विभिन्न अंगों का व्यायाम स्वतः हो जाता है। इससे हमारी समस्त मांसपेशियां सुदृढ़ हो जाती हैं। हममें रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और हमारी इंद्रियां ठीक – ठीक काम करने लगती हैं। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। अतः यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि खेल मात्र हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी विकसित करता है।
खेल कई तरह के होते हैं जिन्हें मुख्यतः दो वर्गों में बाँटा गया है – इनडोर खेल और आउटडोर खेल। इन्डोर खेल जैसे ताश, लुडो, केरम, सांपसीड़ी, शतरंज, बिलियर्ड्स आदि ये मनोरंजन के साथ साथ बौद्धिक विकास में सहायक है, वहीं आउटडोर खेल जैसे क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, टेनिस आदि शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में लाभकारी है।
हमारे देश भारत में क्रिकेट सर्वाधिक लोकप्रिय खेल है। वैसे यह खेल कम ही देशों में खेला जाता है फिर भी भारतीय उपमहाद्वीप में इसकी लोकप्रियता सर्वाधिक है। पहले भारत में हॉकी ज्यादा लोकप्रिय थी। परन्तु धीरे – धीरे यहाँ क्रिकेट सभी खेलों को पीछे छोड़ते हुए शिखर पर पहुँच गया। क्रिकेट का जादू भारतवासियों के सिर चढ़कर बोलता है। भारत के गाँव हो या शहर, गली मुहल्लों में, खुले मैदानों में, प्रत्येक स्थान पर क्रिकेट का खेल देखा जा सकता है। आज का नौजवान या तो फिल्म का हीरो बनने का सपना देखता है या क्रिकेट का खिलाड़ी। क्रिकेट ने अनेक अवसरों पर भारत को सम्मान दिलाया है। भारत दो बार क्रिकेट का विश्व कप जीत चुका है। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, बंगलादेश, जिम्बाब्वे, केन्या आदि देशों की टीम खेलती है। स्पष्टतः क्रिकेट विश्व के सभी देशों का प्रिय खेल नहीं है। परन्तु जहाँ भी यह खेला जाता है, वहाँ इसके दीकनों की कमी नहीं है।
इस तरह खेल जगत में क्रिकेट का स्थान शीर्ष पर है। क्रिकेट ने इस देश में खेलों के प्रति लोगों के मन में आकर्षण पैदा किया है।