रावण ने अपने पराक्रम से देवता, राक्षस और संसार के सारे चर-अचर प्राणियों पर विजय प्राप्त कर ली थी। मंदोदरी इसी तथ्य का उल्लेख करते हुए कह रही है कि आपने जो चाहा था वह सब आप कर चुके हैं, अब आप की वृद्धावस्था आ रही है। संत लोग कहते हैं कि चौथेपन में मनुष्य को वन को प्रस्थान करना चाहिए। आप भी अब यही कीजिए और उस सबके उत्पत्ति कर्ता, पालन कर्ता तथा संहार करने वाले श्रीराम का भजन कीजिए।