• नक्षत्र-मंडल – तारा समूह
• कलगी रूप – तेज़ चमकने वाला तारा
• हम्माल – कुली
• पीर – महात्मा
• बावर्ची – रसोइया
• भिश्ती – मसक से पानी ढोने वाला व्यक्ति
• खर – गधा
• आसेतुहिमाचल - सेतुबंध रामेश्वर से हिमाचल तक विस्तीर्ण
• ब्योरा – विवरण
• रूबरू – आमने-सामने
• धुरंधर - प्रवीण
• कट्टर – दॄढ़
• चौकसाई - नजर रखना
• पेशा – व्यवसाय
• स्याह – काला
• सल्तनत – राज्य
• अद्यतन – अब तक का
• गाद – तलछट
• सानी – उसी जोड़ का दूसरा
• अनायास – बिना किसी प्रयास के