गैस से भरे एक ऊष्मारोधी पात्र मेंएक ऊष्मारोधी विभाजक से विभक्त दो प्रकोष्ठ है। एक प्रकोष्ठ का आयतन `V_(1)` है तथा उसमें दाब `P_(1)` व ताप `T_(1)` पर आदर्श गैस भरी है। दूसरे प्रकोष्ठ का आयतन `V_(2)` है तथा उसमें दाब `P_(2)` व ताप `T_(2)` पर आदर्श गैस भरी है। यदि गैस पर बिना कार्य किये विभाजक हटा दिया जाता है तो पात्र में गैस का अन्तिम संतुलन ताप होगा:
A. `(P_(1)V_(1)T_(2)+P_(2)V_(2)T_(1))/(P_(1)V_(1)+P_(2)V_(2))`
B. `(T_(1)T_(2)(P_(1)V_(1)+P_(2)V_(2)))/(P_(1)V_(1)T_(1)+P_(2)V_(2)T_(2))`
C. `(T_(1)T_(2)(P_(1)V_(1)+P_(2)V_(2)))/(P_(1)V_(1)T_(2)+P_(2)V_(2)T_(1))`
D. `(P_(1)V_(1)T_(1)+P_(2)V_(2)T_(2))/(P_(1)V_(1)+P_(2)V_(2))`