चार प्रगामी तरंगों `W_(1),W_(2),W_(3)` एवं `W_(4)` के समीकरण हैं, क्रमश: `y = A_(0)sin(kx-omegat), y = A_(0)sin(kx + omegat), y = A_(0) cos (kx - omegat)` तथा `y = A_(0) cos (kx + omegat0)` । अप्रगामी तरंग बन सकती है
A. `W_(1) + W_(2)` से
B. `W_(1) + W_(2)` से
C. `W_(1) + W_(4)` से
D. `W_(2) + W_(3)` से