भारतीय राष्ट्रीय जल नीति, 2002 की तीन मुख्य विशेषताएँ निम्नवत् हैं –
⦁ पेयजल सभी मानव जाति और प्राणियों को उपलब्ध कराना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
⦁ भौमजल के शोषण को सीमित और नियमित करने के लिए उपाय करने चाहिए।
⦁ जल के सभी विविध प्रयोगों में कार्यक्षमता सुधारनी चाहिए।