अर्जित प्रस्थिति के दो प्रमुख आधार निम्नलिखित हैं-
⦁ शिक्षा शिक्षा अर्जित प्रस्थिति का प्रमुख आधार है। औपचारिक शिक्षा कुछ अर्जित पदों की प्राप्ति में अनिवार्य शर्त होती है।। विभिन्न नौकरियों के लिए प्रायः शिक्षा की न्यूनतम योग्यताएँ निर्धारित होती है। अशिक्षित की अपेक्षा शिक्षित व्यक्ति की प्रस्थिति समाज में अधिक आदर व प्रतिष्ठा का पात्र होती है।
⦁ धन-संपदा-आज के भौतिकवादी युग में धन-संपदा भी प्रस्थिति अर्जन का एक आधार है। धन के आधार पर ही उच्च वर्ग, मध्यम वर्ग व निम्न वर्ग श्रेणीबद्ध होते हैं। धन वास्तव में शक्ति का स्वरूप है, अतः इसका बहुत मान है। ज्यों-ज्यों धन बढ़ता जाता है त्यों-त्यों व्यक्तिका मान भी बढ़ता जाता है।